Friday, September 4, 2009

login पासवर्ड इतना कठिन ना हो जो ख़ुद ना याद रहे

आज सोचा कि कुछ ब्लॉग करते हैं। इतने दिनों के बाद लिखने का मतलब था यह भी याद रहना कि मेरा loginid और पासवर्ड क्या है? पूरे १ घंटे waste किए यह ढूँढने में की वो क्या था। आख़िर अकाउंट credentials इतना क्या कठिन रखना कि ख़ुद ही याद न रहे? दिमाग इतना puzzled हुआ कि अभी असल का ब्लॉग लिखने का मन ही नही कर रहा है।

7 comments:

  1. बड़ी बेकार और गैरजरूरी कवायद हो जाती है
    आप सही कहती है एक बार इस में लगने के बाद तय काम से मन हट ही जाता है.

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  2. आपने आरम्भ तो किया……………!!!!!!!

    चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.

    गुलमोहर का फूल

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  3. एक दम सादा सा पास्वर्ड रखें, ्वर्ड-पेड नोट-बुक में नोट करलें,या कम्प्युटर को सदैव लोग्गिन्ग करा दें।

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  4. hahaahaha partiksha ji ...kahi likh ke rakh lo yaa kahi mobile wagera me note kar lo...

    aapto doctor lagti hai or ye haal...haahah

    sorry aapke blog par aana achcha laga

    Deepak "bedil'

    http://ajaaj-a-bedil.blogspot.com

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